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राष्ट्री य ग्रिड का सृजन

विद्युत क्षेत्र में विकास प्राथमिकता पर राष्ट्रीय पावर ग्रिड के त्वरित कार्यान्वयन की आवश्यकता पर जोर देता है ताकि विद्युत के अनुसूचित/अनिर्धारित आदान-प्रदान को सक्षम किया जा सके और साथ ही विद्युत बाजार में प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने के लिए खुली पहुंच प्रदान की जा सके।     

उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, दिनांक 31 दिसंबर, 2013 को 765 केवी एस/सी रायचूर-शोलापुर लाइन की शुरुआत के साथ सभी पांच क्षेत्रीय ग्रिडों को आपस में जोड़ने वाली राष्ट्रव्यापी सिंक्रोनस पावर ग्रिड की स्थापना की गई है। पावरग्रिड ऊर्जा संसाधनों के असमान वितरण का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए समयबद्ध तरीके से राष्ट्रीय ग्रिड की क्षमता बढ़ाने के लिए अंतर-राज्य और अंतर-क्षेत्रीय लिंक स्थापित करने के लिए अपने पारेषण नेटवर्क को मजबूत कर रहा है। 31 जनवरी 2024 तक की स्थिति के अनुसार, अंतर-क्षेत्रीय (आईआर) पारेषण क्षमता 1,16,540 मेगावाट के संचयी आंकड़े तक पहुंच गई है

 

Page Updated On: 18/03/2024
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विषयवस्तु का स्वामित्व, अनुसरण तथा उसका अद्यतन विदयुत मंत्रालय, भारत सरकार, श्रम शक्ति भवन, रफी मार्ग, नई दिल्ली -1 द्वारा किया जाता है।
राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा होस्ट की गई साईट |

अंतिम अद्यतन : 21 May 2025