जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख में पीएमडीपी-15 के अंतर्गत पारेषण परियोजनाएं
योजना अवधि (2017-22) के अंत में 3095 मेगावाट की प्रक्षेपित सर्वोच्च मांग को पूरा करने के लिए और इस योजना अवधि के दौरान अधिष्ठापित की जाने वाली प्रस्तावित आगामी विद़युत उत्पादन की परियोजनाओं से पावर के निर्वातन के लिए मौजूदा पारेषण अवसंरचना में 220 केवी एवं 132 स्तरों पर समुचित पारेषण क्षमताओं को जोड़ने के द्वारा और नई ईएचवी पारेषण लाइनों एवं संबद़़्ध सब-स्टेशनों के विनिर्माण द्वारा उन्नयन किया जाएगा। तदनुसार, वर्ष 2016-17 से वर्ष 2021-22 से प्रारंभ होने वाली अवधि के दौरान चरणबद्ध पारेषण विनिर्माण कार्य के लिए एक पारेषण योजना तैयार की गई थी। वर्ष 2016-17 से वर्ष 2021-22 की भावी पारेषण योजना 33 केवी तक की संवितरण योजना के साथ एकीकृत किया गया है। विद्युत मंत्रालय द्वारा जनवरी, २०१७ में योजना को प्रारंभिक संस्वीकृत लागत 1189.59 करोड़ रूपये से अनुमोदन प्रदान किया था जिसको बाद में जुलाई, 2021 में 2064.97 करोड़ रूपये में संशोधित कर दिया गया । इसमें जम्मू में 13 परियोजनाएं, कश्मीर में 17 परियोजनाएं एवं लद्दाख में 2 परियोजनाएं शामिल थी जिनको जीसीआईएल, जेकेपीडीडी एवं आरईसीपीटीसीएल द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।